उठी हूक
कविता
पहुंची
तो चिता जल चुकी थी
तो चिता जल चुकी थी
चिता
तक पहुंचने से
पहले भी जली थी, जलने से ही
मरी थी,
पहले भी जली थी, जलने से ही
मरी थी,
उठी
हूक
उसे
जला दिया
जो गरम रोटी भी फ़ाड कर देती थी
कि मुंह न जले
जो गरम रोटी भी फ़ाड कर देती थी
कि मुंह न जले
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें