और गोली चलती है
आखिर क्या चला जाएगा
एक रंडी का
नंगा होकर नाचने से
उसकी कीमत हम चुकाएंगे
खत्म हो जाएगा
शादी का उत्सव
खत्म हो जाएगी शादी की
रौनक
उतर जाएंगे लाल पीले
रंग
बची रहेगी शान नंगा
नचाने की
एक औरत को नंगा नचाने
की शान
किसी कौरव की सभा नहीं
है यह,
उत्सव है शादी का
ध्वनि और, प्रकाश की जगर-मगर
लोगों से खचा-खच भरा बावन चोभ का
शामियाना
और कांप रही है एक औरत
दो दिलों के मिलन में
खुशियों का सट्टा है
जिसका
वे जरूर नचाएंगे ,
उसे नंगा
छोड़ जाएंगे
ग्ंगा के पवित्र
मैदानी इलाके में ,
शराब की खाली बोतलें
और
एक औरत को नंगा नचाने
की शान
अगर इनकार करेगी
तो चलेगी गोली..
और गोली चलती है.......
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